नैदानिक परामर्श एक प्रकार की चिकित्सा है जो मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं और भावनात्मक कठिनाइयों से जूझ रहे लोगों को सहायता प्रदान करती है। इसमें व्यक्ति, परिवार या समूह को उनकी समस्याओं को समझने और उनसे निपटने में मदद करने के लिए मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों का उपयोग किया जाता है।
नैदानिक परामर्श एक चिकित्सीय प्रक्रिया है। यह उन व्यक्तियों के लिए होती है जो चिंता, अवसाद, आघात, व्यसन, या अन्य मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों से जूझ रहे हैं। इसका उद्देश्य लोगों को उनकी समस्याओं को समझने, उनसे निपटने के लिए कौशल विकसित करने और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करना है।
नैदानिक परामर्श हर सेशन हर व्यक्ति के अनुसार अलग-अलग होता है। इस तरह की थेरेपी बहुत फ्लेक्सिबल होती है, जिसमें कई तरह के काउंसलिंग फॉर्मेट शामिल होते हैं। काउंसलिंग अकेले या समूह में की जा सकती है या कई बार टेलीफोन काउंसलिंग की मदद भी ली जाती है।
काउंसलिंग के प्रकार:
थेरेपिस्ट व्यक्ति की समस्याओं और चिंताओं को सुनने के लिए समय लेता है। व्यक्ति की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप विभिन्न प्रकार की चिकित्सा तकनीकों का उपयोग किया जाता है। थेरेपिस्ट, व्यक्ति को अपनी भावनाओं और विचारों को समझने और उनसे निपटने के लिए कौशल विकसित करने में मदद करता है। साथ ही, वह व्यक्ति को अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
काउंसलिंग की मदद से शारीरिक प्रताड़ना या मानसिक परेशानियों से गुजर रहे लोगों की मदद की जा सकती है। यदि आप चिंतित हैं कि आपके बच्चे को मानसिक स्वास्थ्य समस्या या भावनात्मक या व्यवहारिक कठिनाई हो सकती है, तो नैदानिक परामर्श के लिए संपर्क करना महत्वपूर्ण है।
कुछ सामान्य संकेत: