हस्त रेखा विज्ञान, जिसे हस्तरेखा शास्त्र या पामिस्ट्री भी कहा जाता है, एक प्राचीन विद्या है जो हाथ की रेखाओं और चिह्नों का अध्ययन करके व्यक्ति के स्वभाव, भविष्य और जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी प्रदान करती है।
आधुनिक विज्ञान इसे पूरी तरह से स्वीकार नहीं करता है, लेकिन यह विद्या सदियों से लोगों का मार्गदर्शन करती आ रही है। हाथों से भाग्य को पढ़ने में तीन भाग होते हैं:
- कायरोग्नोमी (Chirognomy): हाथों के आकार का अध्ययन, उंगलियों और पर्वत सहित।
- हस्तरेखा विज्ञान (Chiromancy): हथेलियों की रेखाओं का अध्ययन।
- डर्माटोग्लिफ़िक्स (Dermatoglyphics): त्वचा पर पैटर्न और उंगलियों के निशान का अध्ययन।
हस्तरेखा विज्ञान में मुख्य रूप से निम्नलिखित बातों का अध्ययन किया जाता है:
हाथ की रेखाएं:
- जीवन रेखा
- भाग्य रेखा
- हृदय रेखा
- मस्तिष्क रेखा
- विवाह रेखा
हाथ की बनावट:
- उंगलियों का आकार
- नाखूनों का आकार
- हथेली का आकार
चिह्न:
- त्रिशूल
- मछली
- स्वास्तिक
- तलवार