Category: Education
Date: 29 Jul 2025
जुलाई के आखिरी से अगस्त की शुरुआत 2025 तक ग्रहों के गोचर के अनुसार, कई महत्वपूर्ण बदलाव होंगे, जिनमें बुध का पुष्य नक्षत्र में गोचर और ग्रहों की परेड जैसी खगोलीय घटनाएं शामिल हैं, जिनका विभिन्न राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा.
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, अगस्त माह में ग्रह बुध की चाल महत्वपूर्ण रहेगी। महीने की शुरुआत में बुध कर्क राशि में वक्री अवस्था में रहेंगे, लेकिन 11 अगस्त से वे मार्गी होकर कर्क राशि में उदित होंगे। अंत में, 30 अगस्त को बुध सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। इस दौरान बुध पुष्य, अश्लेषा और मघा नक्षत्रों में रहेंगे, जो उनके प्रभाव को और भी प्रभावशाली बनाएंगे।
दूसरी ओर, दैत्यों के गुरु शुक्र अगस्त की शुरुआत में मिथुन राशि में रहेंगे और यहाँ गजलक्ष्मी राजयोग का निर्माण करेंगे। 21 अगस्त को वे कर्क राशि में प्रवेश करेंगे और बुध के साथ युति कर लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण करेंगे। शुक्र आर्द्रा, पुनर्वसु और पुष्य नक्षत्रों में विराजमान रहेंगे।
सूर्य भी माह के आरंभ में कर्क राशि में रहेंगे, जबकि 17 अगस्त को अपनी स्वराशि सिंह में प्रवेश कर केतु के साथ युति कर ग्रहण योग बनाएंगे।
शनि मीन राशि में वक्री रहेंगे, और राहु-केतु क्रमशः कुंभ और सिंह राशि में विराजमान रहेंगे, जो इस माह के ज्योतिषीय परिवर्तनों को और भी खास बनाएंगे।