लग्न

लग्न क्या है?
लग्न (Lagna या Ascendant) वह राशि होती है जो व्यक्ति के जन्म समय पर पूर्व दिशा में उदित हो रही होती है। यह जन्म कुंडली का प्रथम भाव होता है, और व्यक्ति के जीवन का आधार तय करता है – उसका स्वभाव, स्वास्थ्य, और जीवन की दिशा।

लग्न हर ~2 घंटे में बदलता है, इसलिए जन्म का सही समय जानना अत्यंत आवश्यक होता है।

🧭 लग्न का महत्व
  1. 🧠 व्यक्तित्व और स्वभाव: व्यक्ति की मानसिकता, सोचने का तरीका, स्वाभाविक प्रवृत्तियाँ लग्न से तय होती हैं।
  2. 💪 शारीरिक बनावट और स्वास्थ्य: शरीर की बनावट, त्वचा का रंग, ऊंचाई आदि पर लग्न व लग्नेश का असर होता है। अशुभ ग्रह लग्न में हों तो स्वास्थ्य में बाधा आ सकती है।
  3. 🗺️ कुंडली का ढांचा: लग्न से ही 12 भावों की गिनती शुरू होती है। यह तय करता है कि कौन-सा ग्रह किस भाव में है और उसका प्रभाव क्या होगा।
  4. 🎯 जीवन की दिशा और उद्देश्य: लग्न यह दर्शाता है कि व्यक्ति का झुकाव किस ओर होगा – जैसे सेवा, व्यापार, राजनीति, आध्यात्म, आदि।
  5. 🌟 लग्नेश ग्रह का प्रभाव: लग्न का स्वामी ग्रह (लग्नेश) अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। अगर यह बलवान हो तो जीवन में स्थिरता और सफलता मिलती है।
  6. 🪐 ग्रहों के शुभ/अशुभ प्रभाव का निर्धारण: किस ग्रह का फल कैसा मिलेगा, यह भी लग्न के अनुसार तय होता है – कौन योगकारक है, कौन मारक।
  7. 🕒 दशा और गोचर फल का आधार: ग्रहों की दशाएँ और गोचर सबसे पहले लग्न से देखे जाते हैं, जिससे भविष्य की घटनाओं का पूर्वानुमान लगाया जाता है।
🪐 बारह लग्न और उनका संक्षिप्त स्वभाव
लग्न स्वामी ग्रह प्रमुख गुण
मेष मंगल साहसी, ऊर्जावान
वृष शुक्र भोगप्रिय, स्थिर
मिथुन बुध बुद्धिमान, चतुर
कर्क चंद्र भावुक, घरेलू
सिंह सूर्य आत्मविश्वासी, नेता
कन्या बुध विश्लेषणशील, व्यवस्थित
तुला शुक्र संतुलित, आकर्षक
वृश्चिक मंगल रहस्यमय, दृढ़ इच्छाशक्ति
धनु बृहस्पति धार्मिक, साहसी
मकर शनि मेहनती, व्यावहारिक
कुंभ शनि नवाचारी, बुद्धिवादी
मीन बृहस्पति कल्पनाशील, संवेदनशील
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